Saturday, 9 July 2016

यूरो कप-2016 फाइनल: रोनाल्डो पर इतिहास बदलने का दबाव

नई दिल्ली। फ्रांस के जर्मनी को हराकर यूरो कप फाइनल का रास्ता तय कर लेने के साथ ही पुर्तगाली टीम के कप्तान क्रिस्टियानो रोनाल्डो को वो मिथक याद आने लगा होगा, जो उनके पैदा होने से भी लगभग 10 साल पहले से उनकी और फ्रांसीसी टीम की भिड़ंत से जुड़ा हुआ है। रविवार को जब दोनों टीम स्टेडे डि फ्रांस पर फाइनल खेलने उतरेंंगी तो पूरे पुर्तगाल के दिमाग में चार दशक से मिल रही हार का ख्याल होगा और रोनाल्डो
पर यह मैच जीतकर अपने देश का भाग्य बदलने का दबाव हावी होगा। हालांकि पुर्तगाल-फ्रांस के बीच हालिया मैचों को देखते हुए पुर्तगाली स्टार के लिए यह बेहद मुश्किल बात होगी।पुर्तगाल को फ्रांस के खिलाफ अंतिम जीत अप्रैल, 1975 में एक मैत्री मैच में मिली थी, जब पुर्तगाल 2-0 से विजेता रहा था। इसके बाद से दोनों टीमों में हुए 10 मैच में पुर्तगाल जीतने में असफल रहा है। इन मैचों में यूरो कप 1984 का ग्रुप मैच, यूरो कप 2000 सेमीफाइनल और वर्ल्ड कप 2006 की अंतिम-4 की भिड़ंत भी है यानि बड़े कॉम्पिीटिशन में फ्रांस को हराना पुर्तगाल के लिए ख्वाब ही रहा है।यूरो कप और वर्ल्ड कप में कुल 5वां फाइनल खेलने जा रहे फ्रांस को पहले तीन मैच में (यूरो कप-1984 में स्पेन पर 2-0 से,  वर्ल्ड कप-1998 में ब्राजील पर 3-0 से और यूरो कप-2000 में इटली पर 2-1 से) जीत मिली, पर 2006 वर्ल्ड कप के फाइनल में इटली से 1-1 से ड्रॉ खेलने के बाद पेनल्टी शूटआउट में हार मिली थी।

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